कितनी गर्मी सह सकता है मानव शरीर
कितनी गर्मी सह सकता है मानव शरीर
जब पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, तब इंसानी शरीर के लिए यह बेहद खतरनाक स्थिति बन जाती है। हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से बढ़ जाती हैं। आइए समझते हैं कि इंसानी शरीर कितनी गर्मी सह सकता है मानव शरीर और हीट स्ट्रोक से कैसे बचा जा सकता है। मानव शरीर का सामान्य तापमान लगभग 37°C (98.6°F) होता है। शरीर 40°C से ऊपर का तापमान लंबे समय तक सहन नहीं कर सकता। यदि शरीर का अंदरूनी तापमान 41°C या उससे ज्यादा हो जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है।
43°C से ऊपर शरीर का तापमान पहुंचना मस्तिष्क, हृदय, किडनी और मांसपेशियों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।
लगातार 45°C से ऊपर का वातावरण शरीर को तापमान नियंत्रित करने में असमर्थ बना देता है।
हीट स्ट्रोक तब होता है जब शरीर बहुत अधिक गर्म हो जाता है और वह खुद को ठंडा करने में विफल हो जाता है। इसके कारण शरीर का तापमान 40°C से ऊपर चला जाता है।
अत्यधिक पसीना आना या बिल्कुल बंद हो जाना
तेज़ सिरदर्द
चक्कर आना या बेहोशी
उल्टी या मिचली
सांस लेने में कठिनाई
त्वचा का लाल और सूखा होना
पर्याप्त पानी पिएं: दिन में हर घंटे कुछ न कुछ पीते रहें, प्यास लगे बिना भी।
धूप से बचें: दोपहर 12 से 4 बजे तक बाहर निकलने से बचें।
हल्के और ढीले कपड़े पहनें।
ठंडी जगह पर रहें: पंखे, कूलर, AC या छांव का उपयोग करें।
ORS या नींबू पानी लें: शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखें।
बुजुर्ग और छोटे बच्चे
हृदय या उच्च रक्तचाप के रोगी
जो व्यक्ति धूप में काम करते हैं (मजदूर, ट्रैफिक पुलिस आदि)
जब तापमान 45°C के पार पहुंच जाए, तो सावधानी बरतना जरूरी है। शरीर की सीमाएं होती हैं और हीट स्ट्रोक एक वास्तविक और जानलेवा खतरा बन सकता है। सतर्क रहें, खुद को और अपने परिजनों को सुरक्षित रखें।
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