भारत को दूसरा झटका,
ब्रायडन कार्स की शानदार गेंदबाजी, भारत की शुरुआत लड़खड़ाई; मध्यक्रम पर बढ़ा दबाव
भारत को दूसरा झटका, भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच में टीम इंडिया को करारा झटका लगा है। टीम के अनुभवी बल्लेबाज करुण नायर केवल 14 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ब्रायडन कार्स ने पवेलियन की राह दिखाई। इस विकेट के साथ भारत को दूसरा झटका लगा और इंग्लैंड को एक अहम सफलता मिल गई।
करुण नायर, जिन्होंने पिछली कुछ पारियों में अच्छा प्रदर्शन किया था, आज उम्मीद के मुताबिक लय में नजर नहीं आए। वह 34 गेंदों में 14 रन बनाकर खेल रहे थे, जब ब्रायडन कार्स की एक उठती हुई गेंद पर उन्होंने गलती कर दी और विकेटकीपर को आसान कैच दे बैठे। उनकी यह पारी टीम इंडिया के स्कोर में ज्यादा योगदान नहीं दे सकी, लेकिन विकेट के नुकसान ने ड्रेसिंग रूम में चिंता बढ़ा दी है।
भारत की शुरुआत रही फीकी
भारतीय पारी की शुरुआत आज अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रही। पहले विकेट के रूप में कप्तान रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए थे, जिससे दबाव मिडिल ऑर्डर पर बढ़ गया। ऐसे में करुण नायर से उम्मीद थी कि वे पारी को संभालेंगे, लेकिन उनका आउट होना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।
पहले विकेट के रूप में रोहित शर्मा सिर्फ 12 रन बनाकर पवेलियन लौटे थे। इसके बाद शुभमन गिल और करुण नायर की जोड़ी क्रीज पर थी, लेकिन यह साझेदारी भी ज्यादा लंबी नहीं चली। नायर के आउट होते ही भारत का स्कोर 2 विकेट पर 45 रन हो गया।
ब्रायडन कार्स की गेंदबाजी की तारीफ
ब्रायडन कार्स ने एक बार फिर यह साबित किया कि वह क्यों इंग्लैंड के उभरते हुए तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने करुण नायर के खिलाफ बेहतरीन रणनीति अपनाई और लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंद डालते रहे। अंततः नायर गलती कर बैठे और विकेट दे बैठे।
कार्स की गेंदबाजी में रफ्तार के साथ-साथ सटीक लाइन और लेंथ देखने को मिली। उन्होंने गेंद को स्विंग भी कराया और बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। यह विकेट उनके लिए आत्मविश्वास बढ़ाने वाला रहा, जबकि इंग्लैंड के लिए यह भारत की कमजोर होती पारी का संकेत था।
टीम इंडिया पर दबाव
दो शुरुआती विकेट गिरने के बाद अब सारा दारोमदार मिडिल ऑर्डर और निचले क्रम पर है। ऋषभ पंत, शुभमन गिल और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों से अब उम्मीदें बढ़ गई हैं कि वे पारी को संभालें और भारत को सम्मानजनक स्कोर तक ले जाएं।
करुण नायर के आउट होने से मिडिल ऑर्डर पर एक और झटका लगा है, जो पहले से ही इंग्लिश गेंदबाजी के आगे संघर्ष कर रहा है। टीम को अब एक ठोस साझेदारी की जरूरत है ताकि स्कोर बोर्ड पर दबाव कम हो और इंग्लैंड की बढ़ती पकड़ को रोका जा सके।
पिच का मिजाज और मौसम का असर
मैच के पहले सत्र में पिच से तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिली। नई गेंद से गेंदबाजों को स्विंग और सीम मूवमेंट दोनों मिल रहा है, जिससे बल्लेबाजों को सेट होना मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही ओवरकास्ट मौसम ने भी गेंदबाजों को अतिरिक्त सहायता प्रदान की है।
भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती अब पिच के व्यवहार को समझते हुए धैर्य के साथ बल्लेबाजी करना है। शुरुआत में जो भी बल्लेबाज विकेट पर टिकेगा, वही टीम के लिए बड़ा योगदान दे सकता है।
फैंस की प्रतिक्रियाएं
करुण नायर के आउट होने के बाद सोशल मीडिया पर फैंस की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कुछ लोगों ने ब्रायडन कार्स की तारीफ की, जबकि कुछ ने नायर की तकनीकी खामियों की ओर इशारा किया। नायर के चयन पर भी सवाल उठे कि क्या वह लगातार प्रदर्शन न करने के बावजूद टीम में बने रहना डिजर्व करते हैं।
आगे की रणनीति
भारतीय टीम को अब संभलकर बल्लेबाजी करनी होगी। अगर अगली साझेदारी मजबूत नहीं होती है तो इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण भारत की पूरी पारी को जल्दी समेट सकता है। कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा को इस स्थिति में रणनीति में बदलाव करने की जरूरत हो सकती है।
निष्कर्ष
करुण नायर का विकेट भारत के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। ब्रायडन कार्स की गेंदबाजी ने इंग्लैंड को मैच में बढ़त दिला दी है। अब भारत की उम्मीदें मिडिल ऑर्डर पर टिकी हैं। यदि भारत को मुकाबले में बने रहना है, तो आने वाले बल्लेबाजों को बड़ी साझेदारी करनी होगी और विकेट बचाकर खेलना होगा।
