सभी जिलों में रात का तापमान शून्य से नीचे चला गया है। ठंड बढ़ने के साथ घाटी में डल झील और अन्य जल स्रोतों पर बर्फ जमने के संकेत मिल रहे हैं। यह मौसम पर्यटकों के लिए आकर्षक है, लेकिन स्थानीय निवासियों को गर्म कपड़ों और हीटिंग उपकरणों का सहारा लेना पड़ रहा है। श्रीनगर में तापमान गिरने के साथ कोहरा जमने लगा है, जिससे सुबह और रात के समय दृश्यता प्रभावित हो रही है।
श्रीनगर का हाल: शहर में तापमान माइनस में पहुंच गया है, और कोहरा बढ़ने से सुबह का समय ज्यादा ठंडा हो गया है।
जम्मू में गिरा पारा: जम्मू क्षेत्र में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि दिन में हल्की धूप महसूस हो सकती है, लेकिन रातें ठंडी और सर्द हवाओं के कारण चुनौतीपूर्ण हो रही हैं।
अगर स्थिति ऐसी ही रही तो अगले कुछ दिनों में पारा और नीचे जा सकता है, जिससे बर्फबारी की संभावनाएं भी बढ़ जाएंगी।
यह स्थिति आमतौर पर अत्यधिक ठंड वाले क्षेत्रों में होती है, जैसे कि हिमालयी क्षेत्र या सर्दियों में विशेषकर उत्तर भारत, नेपाल, और तिब्बत के उच्च-ऊंचाई वाले इलाके। अगर सभी जिलों में रात का तापमान शून्य से नीचे चला गया है, तो यह एक गंभीर मौसम परिवर्तन को दर्शाता है, जो सामान्य ठंड से अधिक कठोर सर्दियों का संकेत दे सकता है।
संभावित प्रभाव:
- कृषि: अत्यधिक ठंड फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है, विशेषकर ऐसी फसलें जो ठंड सहन नहीं कर सकतीं।
- स्वास्थ्य: निमोनिया, हाइपोथर्मिया, और अन्य सर्दी से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
- परिवहन: सड़कों पर बर्फ जमने से यात्रा कठिन हो सकती है।
- बिजली और जल आपूर्ति: अत्यधिक ठंड बिजली और पानी की आपूर्ति को बाधित कर सकती है।
क्या करें:
- गर्म कपड़े पहनें और हीटर का इस्तेमाल करें।
- पानी की पाइपलाइन को जमने से बचाने के लिए इंसुलेशन का प्रयोग करें।
- आवश्यक वस्तुओं का भंडारण करें, विशेषकर भोजन और ईंधन।
यदि यह स्थिति आपके क्षेत्र में है, तो स्थानीय मौसम विभाग की चेतावनियों और निर्देशों का पालन करें। अधिक जानकारी के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट या स्थानीय समाचार स्रोतों से संपर्क करें।
